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तिरिछ’ कहानी में वर्णित शहर के चरित्र से आप कितना सहमत है।

प्रश्न 2. “तिरिछ’ कहानी में वर्णित शहर के चरित्र से आप कितना सहमत है।

उत्तर- ‘तिरिछ’ श्री उदय प्रकाश की एक अति संवेदनशील त्रासदीपूर्ण कहानी है। ‘तिरिछ’ एक बिसैला जीव होता है। इस कहानी का मूल भाव शहर का विषाक्त वातावरण को उजागर करना है। शहर के लोग क्रूर और निर्दय होते हैं। वे असामाजिक और असंवेदनशील होते हैं। वे विषैले सर्प-बिच्छू की भाँति हैं। लेखक के पिता को शहर के लोग अत्यन्त निर्दयता से पत्थर मार-मार कर मार देते हैं। लेखक के पिता अत्यन्त निरीह थे। इस कहानी में शहर के लोगों का
अत्यन्त यथार्थ वर्णन हैं। लोग “तिरिछ’ की भाँति विषैले हैं।

प्रश्न 1. “उसने कहा था कहानी का केन्द्रीय भाव क्या है.?

उत्तर- श्री चन्द्रधर शर्मा ‘गुलेरी’ विरचित ‘उसने कहा था’ – कहानी प्रथम विश्वयुद्ध की पृष्ठभूमि पर आधारित प्रेम और बलिदान की कहानी है। इस कहानी का केन्द्रीय भाव नैसर्गिक प्रेम है। लहना सिंह को सुबेदारनी होरों से बचपन में ही प्रेम हुआ था। यह सुबेदारनी के कहने पर युद्धभूमि में उसके पुत्र और पति को बचाते हुए अपने प्राण गँवा देता है। विशुद्ध प्रेम पर प्राणोत्सर्ग इस कहानी का मूल प्रतिपाद्य है।

प्रश्न 3. ‘तिरिछ’ क्या है। यह किसका प्रतीक है।

उत्तर- ‘तिरिछ’ एक विषैला जीव है। यह जहरीले सर्प से सौ गुणा अधिक विषैला होता है। इस कहानी में यह शहरी के क्रूर और निर्दय लोगों का प्रतीक है।

प्रश्न 4. प्रबंध काव्य क्या है ?

उत्तर- जिस काव्य में कथावस्तु का नियोजन सुव्यवस्थित ढंग से अत्यंत विस्तृत रूप में हुआ हो, उसे प्रबंध काव्य कहते हैं। यह साहित्य का सर्वोत्कृष्ट विधा है। इस प्रकार के काव्य में प्रमुख पात्रों के सम्पूर्ण जीवन का उल्लेख होता है। महाकाव्य और खंड काव्य प्रबंध काव्य है। खड़ी बोली हिन्दी में प्रिय प्रवास, कामायवी, उर्वशी साकेत, कुरूक्षेत्र, रश्मिरथी, प्रबंध काव्य हैं।

प्रश्न 5. ‘उसने कहा था’-कहानी के मुख्य पात्र कौन हैं ?

उत्तर- ‘उसने कहा था’-शीर्षक कहानी के प्रमुख पात्र निम्नलिखित हैं-
1. लहना सिंह-कहानी का नायक।
2. सुबेदारनी होराँ-लहना सिंह के बचपन की प्रेमिका।
3. वजीरा सिंह-लहना सिंह के गाँव का फौजी।
4. सुबेदार हजारा सिंह-सुबेदारनी के पति।
5. बोधा सिंह-सुबेदार हजारा सिंह के पुत्र।